hindi Best Short Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Languages
Categories
Featured Books

मां की आख़िरी चिट्ठी : एक अधूरा सपना By vikram kori

‎‍ एक साधारण औरत, असाधारण सपने‎गांव की गलियों में हर सुबह मंदिर की घंटी और परिंदों की चहचहाहट ️ गूंजती थी।‎उसी गांव के एक छोटे से कच्चे घर ️ में रहती थी आशा, एक साधारण सी औरत लेकि...

Read Free

तृप्ति देसाई - रंजन कुमार देसाई By Ramesh Desai

तृप्ति देसाई - लघु कथा       " बचाओ.. बचाओ!! "      फ्लेट के भीतर से किसी स्त्री की चीख सुनाई दी. सुनकर मेरे अंतर मन में खलबली सी मच गई.      आवाज परिचित होने का आभास हुआ. ...

Read Free

Band Darwaze Ka Raaz By Vivek Singh

Purane Khandala Junction ke kone par ek laal lohe ka darwaza tha. Log kehte the ki is darwaze ke peeche ek aisa shehar hai jo hamare shehar ki hi nakal hai—bas andhera, khamosh aur...

Read Free

यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) By Ramesh Desai

             यादों की सहेलगाह   - प्रकरण  1       उस वक़्त मैं तीन साल का था, मेरा बड़ा भाई सुखेश  पांच साल का था औऱ मेरी छोटी बहन भाविका केवल छह महिने की थी. उस वक़्त मेरी मा असाध्य...

Read Free

पलकों पर अधूरे सपने— एक प्रेम और संघर्ष की कहानी By Tanya Singh

राख से उठती चिंगारीशहर की सुबह हमेशा की तरह शोर से भरी थी,पर उस शोर में भी नैना की ज़िंदगी सन्नाटे में डूबी हुई थी।दिल्ली के पुराने मोहल्ले की एक संकरी गली में वो रोज़ अपने छोटे से...

Read Free

तृप्ति देसाई - रंजन कुमार देसाई By Ramesh Desai

तृप्ति देसाई - लघु कथा       " बचाओ.. बचाओ!! "      फ्लेट के भीतर से किसी स्त्री की चीख सुनाई दी. सुनकर मेरे अंतर मन में खलबली सी मच गई.      आवाज परिचित होने का आभास हुआ. ...

Read Free

पुनर्जन्म By Meenakshi Verma

साक्षी अपने मां बाप और छोटे भाई के साथ बस से सफर को जा रही थी बस जा रही थी मसूरी रास्ते में पेड़ पहाड़ देखते हुए वह मसूरी पहुंच जाते हैं साक्षी का छोटा भाई अनुज मंदिर देखता है और क...

Read Free

एक कप चाय और अधूरी बातें By Tanya Singh

1. वही पुरानी बालकनीदिल्ली की सर्द सुबह थी।माया अपनी पुरानी बालकनी में बैठी थी — हाथ में चाय का कप, सामने वही सड़क, वही आवाज़ें, वही अकेलापन।हर रोज़ की तरह उसने अपने पौधों को पानी...

Read Free

जब सादगी ने दिल छू लिया By Payal Author

आरव कपूर—एक ऐसा नाम जो बिज़नेस की दुनिया में किसी ब्रांड से कम नहीं था।सिर्फ़ 28 साल की उम्र में उसकी कंपनी “K-Tech Innovations” ने वो मुक़ाम हासिल किया था जहाँ पहुँचने में लोगों क...

Read Free

आईना झूठ नहीं बोलता By Tanya Singh

1. शुरुआत एक आईने सेशहर – भोपाल।रात – 11:47।और कमरा – सिमरन का।वो तीन महीने से एक प्राइवेट हॉस्पिटल में psychologist थी।लोगों के डर सुन-सुनकर खुद डरना भूल चुकी थी।पर उस रात, उसे अप...

Read Free

मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 By Soni shakya

अगले दिन...भावना जैसे ही गेट खोलकर बरांडे में गई तो वहां का मंजर देखते ही उसका दिल जोर से धड़कने लगा,उसने आशु को आवाज लगाने की कोशिश की पर उसकी आवाज नहीं निकल रही थी फिर..भावना दौड...

Read Free

खामोशियाँ: एक अकेलापन की कहानी By InkImagination

नमस्ते दोस्तों! ये कहानी उन सबके लिए है जो रात के तीन बजे छत पर खड़े होकर सोचते हैं – “क्या मैं सच में अकेला हूँ या सिर्फ़ ऐसा महसूस कर रहा हूँ?” मैंने इसे अपने दिल की गहराई से लिख...

Read Free

अतुल्या By Deepak sharma

                    “सपाट सड़कों पर गाड़ी बहुत दौड़ा ली। आज ऊबड़- खाबड़ रास्ते नापते हैं। शहर के बाहर निकलेंगे,” सन उन...

Read Free

बैड फ़ेथ By Deepak sharma

                   घर मैं शुक्रवार की सुबह आ पहुंचता हूं।                    मेर...

Read Free

शनिवार की शपथ By Dhaval Chauhan

अमन हर हफ्ते अपनी जेब में एक छोटी-सी लाल डायरी रखता था, जिसमें पूरे सप्ताह उसे मिले अन्याय की सूचियाँ लिखी रहतीं—किसी का रिश्वत मांगना, किसी का कमजोर पर हाथ उठाना, किसी का सच को झू...

Read Free

लचीले फ़ीते By Deepak sharma

                      “यह सज्जन आज के विज़िटर्ज़ हैं, सर,” मेरे दफ़्तर के विज़िटर्ज़ टाइम पर मेरा निजी सचिव मेरे...

Read Free

भूख By kunal kumar

गया का मानपुर इलाका जहाँ हर गली में कोई न कोई कहानी आधी जली बीड़ी की तरह पड़ी रहती है।वहीँ की एक कहानी है , थकी देह और खून से लबरेज़ कृति की ।मैं उस रात गया में था, किसी काम से, बस...

Read Free

अधूरी मोहब्बत की आख़िरी चिट्ठी By Tanya Singh

कव्या और आरव की कहानी बारिश से शुरू हुई थी — और एक अधूरी चिट्ठी पर ख़त्म हुई।दो दिल, जो एक-दूसरे के लिए बने थे, मगर हालात, समाज और मजबूरी ने उन्हें जुदा कर दिया।यह कहानी है उस प्या...

Read Free

बड़े बॉस की बिदाई By Devendra Kumar

बड़े बॉस ‘दुखी राम शर्मा’ की बिदाई  आज ऑफिस के बड़े बॉस डी आर शर्मा की बिदाई का दिन था, शाम चार बजे शुभ मुहूर्त था. यह तो पता नहीं कि उनके ऊपर क्या गुज़र रही थी, पर पूरे ऑफिस के आम कर...

Read Free

शहर की रौशनी में खोई उम्मीद By Tanya Singh

शहर, हमेशा जीवंत, हमेशा तेज़ रफ्तार और कभी-कभी थका देने वाला लगता है। यह वह जगह है जहाँ हर आदमी अपने सपनों को लेकर भागता रहता है, हर गली में अपने संघर्ष और अपनी कहानी छुपी होती है।...

Read Free

अहेर By Deepak sharma

लेखिका : दीपक शर्मा                      “क्लब की लाइब्रेरी के बारे में जानना था,” शहर के सब से पुराने क्लब की खे...

Read Free

रोशनी सी औरतें By Rinki Singh

गाँव के सुनसान छोर पर एक जर्जर मकान खड़ा था , जिसकी दीवारों की दरारों से हवा सीटी बजाती थी और छप्पर से छनकर आती धूप उस घर की कहानी सुनाती थी।वक़्त ने उसे थका दिया था, मगर उसके भीतर...

Read Free

Age Doesn't Matter in Love - 23 By Rubina Bagawan

कमरा लाल गुलाबों की खुशबू से महक रहा था। बीच में रखे आईने के सामने आन्या बैठी थी — लाल रंग का लहंगा उसकी गोरी त्वचा पर ऐसे चमक रहा था जैसे सूरज की पहली किरण सिन्दूरी आसमान को छू गई...

Read Free

पहली बारिश और प्यार की बारिश By Naresh Damor

सर्दियों के आखिरी दिन थे और monsoon की पहली बारिश शहर पर फुहारों की तरह गिर रही थी। Meera अपनी छतरी के नीचे खड़ी थी, हाथ में कॉलेज के notes, और बारिश की बूंदों में भीगी सड़कों को द...

Read Free

कडलिंग कैफ़े By Deepak Bundela Arymoulik

“कडलिंग कैफ़े”लेखक: db Bundelaश्रेणी: समाज / व्यंग्य / आधुनिकता---भारत के बड़े शहरों में “कडलिंग कैफ़े” और “किराये के प्रेमी” जैसी आधुनिक प्रवृत्तियाँ तेजी से बढ़ रही हैं।यह ब्लॉग...

Read Free

धरती की पुरानी डायरी से निकला रहस्य By Dr. Gyanendra Singh

धरती की पुरानी डायरी से निकला रहस्यअटलांटिक महासागर की गहराई में 11 करोड़ 70 लाख साल पुरानी कहानीकभी-कभी विज्ञान हमें यह एहसास दिलाता है कि धरती सिर्फ मिट्टी और पानी का गोला नहीं,...

Read Free

भूत प्रेत का छलावा By Mohammad Ajim

रात गहरी और डरावनी थी। आसमान में काले बादल थे। बीच-बीच में बिजली कौंध जाती थी और दूर कहीं बादलों की गड़गड़ाहट सुनाई देती थी। सड़क कच्ची, टेढ़ी-मेढ़ी और घने पेड़ों से ढकी थी। दो शहर...

Read Free

उड़ने की उड़ान By RTJD

एक नन्हीं-सी चिड़िया, जो अभी-अभी घोंसला छोड़कर उड़ना सीख रही थी। उसने देखा कि दूसरी चिड़ियाएँ हवा की रफ़्तार से आसमान नाप रही हैं। उसी पल उसने ठान लिया कि वह भी उन चिड़ियों से ऊपर...

Read Free

स्क्रीन के उस पार By InkImagination

कहानी शीर्षक: "स्क्रीन के उस पार"लेखिका: InkImaginationप्रस्तावनाकभी-कभी प्यार और दोस्ती की शुरुआत स्क्रीन के उस पार से होती है, जहाँ शब्दों में भावनाएँ बुनती हैं और दूरी को दिलों...

Read Free

रात की चाँदनी और हमारी खामोश बातें By Naresh Damor

Library की हवा हमेशा शांत और पढ़ाई से भरी रहती थी। Ananya अपने notes और किताबों में खोई हुई थी। उसका ध्यान इस बात पर था कि आखिर वह अगले week's assignment को समय पर complete कर...

Read Free

7 वीर 1 महावीर By Krunal Patel

सन् 2099, जब विज्ञान अपनी पराकाष्ठा पर था। मानव ने मंगल और शनि पर जीवन की बस्तियाँ बसाकर अपने स्वप्नों को साकार कर लिया था। प्रतीत होता था कि पृथ्वी पर शांति ने स्थायी निवास कर लिय...

Read Free

एआई के भ्रम: जब मशीनों में मन खोजने लगे इंसान By Dr. Gyanendra Singh

— डॉ. ग्यानेंद्र प्रताप सिंह, IIMA परिचय: मशीनें और हमारा मनआज की दुनिया में AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) हर जगह है — मोबाइल से लेकर मनुष्य के निर्णय तक।लेकिन जितना यह हमें आकर्षित करत...

Read Free

सदा दिवाली गरीब की By LM Sharma

मनुष्य के जीवन में पर्व बहुत महत्व रखते हैं। सुबह से शाम हो फिर दूसरे दिन की सुबह से फिर शाम। इस प्रकार आदमी अपने जीवन यापन के लिए कार्य करता रहता है। महीने के बाद महीना इसी प्रकार...

Read Free

बहारें फिर भी आती हैं By Rakesh Kaul

बहारें फिर भी आती हैं आज सुबह थोड़ी देर से नींद खुली थी | आनंद तो अभी भी गहरी नींद में सो रहे थे | पलंग से उठकर मैं मुस्काते हुए गुसलखाने में दाख़िल हुई | आज से चार दिन पहले हमारी शा...

Read Free

मैं, बावली By Deepak sharma

                 जानती हूं, जानती हूं, लिखाई मेरी सीधी नहीं और बात भी कुछ टेढ़ी ही है।             ...

Read Free

ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 10 By Bikash parajuli

अर्जुन ने नौ कठिनाइयों पर विजय पाई थी।मोह, अकेलापन, क्रोध, प्रलोभन, आलस्य, भय, अहंकार और संशय—ये सब उसके सामने आए और उसने धैर्य, विश्वास और साधना से उन्हें हराया।अब केवल अंतिम परीक...

Read Free

एक पत्र उनके नाम By Rinki Singh

प्रिय राधा आंटी!,उम्मीद है जहाँ होंगी इस जहाँ से बेहतर होंगी |हर कष्ट हर पीड़ा से मुक्त होंगी |आंटी!...कभी सोचा नहीं था कि दस मिनट का रास्ताइतनी गहरी याद बन जाएगा |हर सुबह जब मैं अप...

Read Free

गुणा होती जमा By Deepak sharma

                   तुम आज भी मेरे साथ जमा हो, लतिका…..                   &nbsp...

Read Free

दाहिने हाथ By Deepak sharma

              मकान को देखते ही उस रात भी मेरा मुंह लटक गया।             मकान के तीनों दरवाज़े मुंह बाए खड़े रहते। &...

Read Free

चांदनी की चाह By Amreen Khan

गाँव के छोटे से मकान में रहने वाली मीरा बचपन से ही अपने सपनों की दुनिया में जीती थी। उसका सबसे बड़ा सपना था — एक दिन अपने गाँव में एक छोटी सी लाइब्रेरी खोलना, जहाँ बच्चे आकर पढ़ सक...

Read Free

लालाजी जैनी साहेब By Devendra Kumar

लालाजी जैनी साहेब लाला जी जैनी साहेब  हमारे शहर मुज़फ्फरनगर नगर के नई मंडी कहलाने वाले अमीर इलाके के जाने माने अमीर सेठ लोगों में से एक रह चुके हैंꟾ उनका नाम हरसुख राय जैन था पर लोग...

Read Free

अधूरी दास्तान By Payal Author

अधूरी दास्तानकॉलेज का आख़िरी साल हमेशा ही यादों से भरा होता है। हर गली, हर बेंच, हर कॉमन रूम—जैसे किसी ने उनकी दोस्ती की गवाही दी हो। विशाल, नेहा और प्रिया—तीनों की दोस्ती बचपन से...

Read Free

मां की आख़िरी चिट्ठी : एक अधूरा सपना By vikram kori

‎‍ एक साधारण औरत, असाधारण सपने‎गांव की गलियों में हर सुबह मंदिर की घंटी और परिंदों की चहचहाहट ️ गूंजती थी।‎उसी गांव के एक छोटे से कच्चे घर ️ में रहती थी आशा, एक साधारण सी औरत लेकि...

Read Free

तृप्ति देसाई - रंजन कुमार देसाई By Ramesh Desai

तृप्ति देसाई - लघु कथा       " बचाओ.. बचाओ!! "      फ्लेट के भीतर से किसी स्त्री की चीख सुनाई दी. सुनकर मेरे अंतर मन में खलबली सी मच गई.      आवाज परिचित होने का आभास हुआ. ...

Read Free

Band Darwaze Ka Raaz By Vivek Singh

Purane Khandala Junction ke kone par ek laal lohe ka darwaza tha. Log kehte the ki is darwaze ke peeche ek aisa shehar hai jo hamare shehar ki hi nakal hai—bas andhera, khamosh aur...

Read Free

यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) By Ramesh Desai

             यादों की सहेलगाह   - प्रकरण  1       उस वक़्त मैं तीन साल का था, मेरा बड़ा भाई सुखेश  पांच साल का था औऱ मेरी छोटी बहन भाविका केवल छह महिने की थी. उस वक़्त मेरी मा असाध्य...

Read Free

पलकों पर अधूरे सपने— एक प्रेम और संघर्ष की कहानी By Tanya Singh

राख से उठती चिंगारीशहर की सुबह हमेशा की तरह शोर से भरी थी,पर उस शोर में भी नैना की ज़िंदगी सन्नाटे में डूबी हुई थी।दिल्ली के पुराने मोहल्ले की एक संकरी गली में वो रोज़ अपने छोटे से...

Read Free

तृप्ति देसाई - रंजन कुमार देसाई By Ramesh Desai

तृप्ति देसाई - लघु कथा       " बचाओ.. बचाओ!! "      फ्लेट के भीतर से किसी स्त्री की चीख सुनाई दी. सुनकर मेरे अंतर मन में खलबली सी मच गई.      आवाज परिचित होने का आभास हुआ. ...

Read Free

पुनर्जन्म By Meenakshi Verma

साक्षी अपने मां बाप और छोटे भाई के साथ बस से सफर को जा रही थी बस जा रही थी मसूरी रास्ते में पेड़ पहाड़ देखते हुए वह मसूरी पहुंच जाते हैं साक्षी का छोटा भाई अनुज मंदिर देखता है और क...

Read Free

एक कप चाय और अधूरी बातें By Tanya Singh

1. वही पुरानी बालकनीदिल्ली की सर्द सुबह थी।माया अपनी पुरानी बालकनी में बैठी थी — हाथ में चाय का कप, सामने वही सड़क, वही आवाज़ें, वही अकेलापन।हर रोज़ की तरह उसने अपने पौधों को पानी...

Read Free

जब सादगी ने दिल छू लिया By Payal Author

आरव कपूर—एक ऐसा नाम जो बिज़नेस की दुनिया में किसी ब्रांड से कम नहीं था।सिर्फ़ 28 साल की उम्र में उसकी कंपनी “K-Tech Innovations” ने वो मुक़ाम हासिल किया था जहाँ पहुँचने में लोगों क...

Read Free

आईना झूठ नहीं बोलता By Tanya Singh

1. शुरुआत एक आईने सेशहर – भोपाल।रात – 11:47।और कमरा – सिमरन का।वो तीन महीने से एक प्राइवेट हॉस्पिटल में psychologist थी।लोगों के डर सुन-सुनकर खुद डरना भूल चुकी थी।पर उस रात, उसे अप...

Read Free

मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 By Soni shakya

अगले दिन...भावना जैसे ही गेट खोलकर बरांडे में गई तो वहां का मंजर देखते ही उसका दिल जोर से धड़कने लगा,उसने आशु को आवाज लगाने की कोशिश की पर उसकी आवाज नहीं निकल रही थी फिर..भावना दौड...

Read Free

खामोशियाँ: एक अकेलापन की कहानी By InkImagination

नमस्ते दोस्तों! ये कहानी उन सबके लिए है जो रात के तीन बजे छत पर खड़े होकर सोचते हैं – “क्या मैं सच में अकेला हूँ या सिर्फ़ ऐसा महसूस कर रहा हूँ?” मैंने इसे अपने दिल की गहराई से लिख...

Read Free

अतुल्या By Deepak sharma

                    “सपाट सड़कों पर गाड़ी बहुत दौड़ा ली। आज ऊबड़- खाबड़ रास्ते नापते हैं। शहर के बाहर निकलेंगे,” सन उन...

Read Free

बैड फ़ेथ By Deepak sharma

                   घर मैं शुक्रवार की सुबह आ पहुंचता हूं।                    मेर...

Read Free

शनिवार की शपथ By Dhaval Chauhan

अमन हर हफ्ते अपनी जेब में एक छोटी-सी लाल डायरी रखता था, जिसमें पूरे सप्ताह उसे मिले अन्याय की सूचियाँ लिखी रहतीं—किसी का रिश्वत मांगना, किसी का कमजोर पर हाथ उठाना, किसी का सच को झू...

Read Free

लचीले फ़ीते By Deepak sharma

                      “यह सज्जन आज के विज़िटर्ज़ हैं, सर,” मेरे दफ़्तर के विज़िटर्ज़ टाइम पर मेरा निजी सचिव मेरे...

Read Free

भूख By kunal kumar

गया का मानपुर इलाका जहाँ हर गली में कोई न कोई कहानी आधी जली बीड़ी की तरह पड़ी रहती है।वहीँ की एक कहानी है , थकी देह और खून से लबरेज़ कृति की ।मैं उस रात गया में था, किसी काम से, बस...

Read Free

अधूरी मोहब्बत की आख़िरी चिट्ठी By Tanya Singh

कव्या और आरव की कहानी बारिश से शुरू हुई थी — और एक अधूरी चिट्ठी पर ख़त्म हुई।दो दिल, जो एक-दूसरे के लिए बने थे, मगर हालात, समाज और मजबूरी ने उन्हें जुदा कर दिया।यह कहानी है उस प्या...

Read Free

बड़े बॉस की बिदाई By Devendra Kumar

बड़े बॉस ‘दुखी राम शर्मा’ की बिदाई  आज ऑफिस के बड़े बॉस डी आर शर्मा की बिदाई का दिन था, शाम चार बजे शुभ मुहूर्त था. यह तो पता नहीं कि उनके ऊपर क्या गुज़र रही थी, पर पूरे ऑफिस के आम कर...

Read Free

शहर की रौशनी में खोई उम्मीद By Tanya Singh

शहर, हमेशा जीवंत, हमेशा तेज़ रफ्तार और कभी-कभी थका देने वाला लगता है। यह वह जगह है जहाँ हर आदमी अपने सपनों को लेकर भागता रहता है, हर गली में अपने संघर्ष और अपनी कहानी छुपी होती है।...

Read Free

अहेर By Deepak sharma

लेखिका : दीपक शर्मा                      “क्लब की लाइब्रेरी के बारे में जानना था,” शहर के सब से पुराने क्लब की खे...

Read Free

रोशनी सी औरतें By Rinki Singh

गाँव के सुनसान छोर पर एक जर्जर मकान खड़ा था , जिसकी दीवारों की दरारों से हवा सीटी बजाती थी और छप्पर से छनकर आती धूप उस घर की कहानी सुनाती थी।वक़्त ने उसे थका दिया था, मगर उसके भीतर...

Read Free

Age Doesn't Matter in Love - 23 By Rubina Bagawan

कमरा लाल गुलाबों की खुशबू से महक रहा था। बीच में रखे आईने के सामने आन्या बैठी थी — लाल रंग का लहंगा उसकी गोरी त्वचा पर ऐसे चमक रहा था जैसे सूरज की पहली किरण सिन्दूरी आसमान को छू गई...

Read Free

पहली बारिश और प्यार की बारिश By Naresh Damor

सर्दियों के आखिरी दिन थे और monsoon की पहली बारिश शहर पर फुहारों की तरह गिर रही थी। Meera अपनी छतरी के नीचे खड़ी थी, हाथ में कॉलेज के notes, और बारिश की बूंदों में भीगी सड़कों को द...

Read Free

कडलिंग कैफ़े By Deepak Bundela Arymoulik

“कडलिंग कैफ़े”लेखक: db Bundelaश्रेणी: समाज / व्यंग्य / आधुनिकता---भारत के बड़े शहरों में “कडलिंग कैफ़े” और “किराये के प्रेमी” जैसी आधुनिक प्रवृत्तियाँ तेजी से बढ़ रही हैं।यह ब्लॉग...

Read Free

धरती की पुरानी डायरी से निकला रहस्य By Dr. Gyanendra Singh

धरती की पुरानी डायरी से निकला रहस्यअटलांटिक महासागर की गहराई में 11 करोड़ 70 लाख साल पुरानी कहानीकभी-कभी विज्ञान हमें यह एहसास दिलाता है कि धरती सिर्फ मिट्टी और पानी का गोला नहीं,...

Read Free

भूत प्रेत का छलावा By Mohammad Ajim

रात गहरी और डरावनी थी। आसमान में काले बादल थे। बीच-बीच में बिजली कौंध जाती थी और दूर कहीं बादलों की गड़गड़ाहट सुनाई देती थी। सड़क कच्ची, टेढ़ी-मेढ़ी और घने पेड़ों से ढकी थी। दो शहर...

Read Free

उड़ने की उड़ान By RTJD

एक नन्हीं-सी चिड़िया, जो अभी-अभी घोंसला छोड़कर उड़ना सीख रही थी। उसने देखा कि दूसरी चिड़ियाएँ हवा की रफ़्तार से आसमान नाप रही हैं। उसी पल उसने ठान लिया कि वह भी उन चिड़ियों से ऊपर...

Read Free

स्क्रीन के उस पार By InkImagination

कहानी शीर्षक: "स्क्रीन के उस पार"लेखिका: InkImaginationप्रस्तावनाकभी-कभी प्यार और दोस्ती की शुरुआत स्क्रीन के उस पार से होती है, जहाँ शब्दों में भावनाएँ बुनती हैं और दूरी को दिलों...

Read Free

रात की चाँदनी और हमारी खामोश बातें By Naresh Damor

Library की हवा हमेशा शांत और पढ़ाई से भरी रहती थी। Ananya अपने notes और किताबों में खोई हुई थी। उसका ध्यान इस बात पर था कि आखिर वह अगले week's assignment को समय पर complete कर...

Read Free

7 वीर 1 महावीर By Krunal Patel

सन् 2099, जब विज्ञान अपनी पराकाष्ठा पर था। मानव ने मंगल और शनि पर जीवन की बस्तियाँ बसाकर अपने स्वप्नों को साकार कर लिया था। प्रतीत होता था कि पृथ्वी पर शांति ने स्थायी निवास कर लिय...

Read Free

एआई के भ्रम: जब मशीनों में मन खोजने लगे इंसान By Dr. Gyanendra Singh

— डॉ. ग्यानेंद्र प्रताप सिंह, IIMA परिचय: मशीनें और हमारा मनआज की दुनिया में AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) हर जगह है — मोबाइल से लेकर मनुष्य के निर्णय तक।लेकिन जितना यह हमें आकर्षित करत...

Read Free

सदा दिवाली गरीब की By LM Sharma

मनुष्य के जीवन में पर्व बहुत महत्व रखते हैं। सुबह से शाम हो फिर दूसरे दिन की सुबह से फिर शाम। इस प्रकार आदमी अपने जीवन यापन के लिए कार्य करता रहता है। महीने के बाद महीना इसी प्रकार...

Read Free

बहारें फिर भी आती हैं By Rakesh Kaul

बहारें फिर भी आती हैं आज सुबह थोड़ी देर से नींद खुली थी | आनंद तो अभी भी गहरी नींद में सो रहे थे | पलंग से उठकर मैं मुस्काते हुए गुसलखाने में दाख़िल हुई | आज से चार दिन पहले हमारी शा...

Read Free

मैं, बावली By Deepak sharma

                 जानती हूं, जानती हूं, लिखाई मेरी सीधी नहीं और बात भी कुछ टेढ़ी ही है।             ...

Read Free

ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 10 By Bikash parajuli

अर्जुन ने नौ कठिनाइयों पर विजय पाई थी।मोह, अकेलापन, क्रोध, प्रलोभन, आलस्य, भय, अहंकार और संशय—ये सब उसके सामने आए और उसने धैर्य, विश्वास और साधना से उन्हें हराया।अब केवल अंतिम परीक...

Read Free

एक पत्र उनके नाम By Rinki Singh

प्रिय राधा आंटी!,उम्मीद है जहाँ होंगी इस जहाँ से बेहतर होंगी |हर कष्ट हर पीड़ा से मुक्त होंगी |आंटी!...कभी सोचा नहीं था कि दस मिनट का रास्ताइतनी गहरी याद बन जाएगा |हर सुबह जब मैं अप...

Read Free

गुणा होती जमा By Deepak sharma

                   तुम आज भी मेरे साथ जमा हो, लतिका…..                   &nbsp...

Read Free

दाहिने हाथ By Deepak sharma

              मकान को देखते ही उस रात भी मेरा मुंह लटक गया।             मकान के तीनों दरवाज़े मुंह बाए खड़े रहते। &...

Read Free

चांदनी की चाह By Amreen Khan

गाँव के छोटे से मकान में रहने वाली मीरा बचपन से ही अपने सपनों की दुनिया में जीती थी। उसका सबसे बड़ा सपना था — एक दिन अपने गाँव में एक छोटी सी लाइब्रेरी खोलना, जहाँ बच्चे आकर पढ़ सक...

Read Free

लालाजी जैनी साहेब By Devendra Kumar

लालाजी जैनी साहेब लाला जी जैनी साहेब  हमारे शहर मुज़फ्फरनगर नगर के नई मंडी कहलाने वाले अमीर इलाके के जाने माने अमीर सेठ लोगों में से एक रह चुके हैंꟾ उनका नाम हरसुख राय जैन था पर लोग...

Read Free

अधूरी दास्तान By Payal Author

अधूरी दास्तानकॉलेज का आख़िरी साल हमेशा ही यादों से भरा होता है। हर गली, हर बेंच, हर कॉमन रूम—जैसे किसी ने उनकी दोस्ती की गवाही दी हो। विशाल, नेहा और प्रिया—तीनों की दोस्ती बचपन से...

Read Free